अल्जाइमर रोग में कैसा रखें आहार?| Diet For Alzheimer's Disease in Hindi

अल्जाइमर रोग में कैसा रखें आहार?| Diet For Alzheimer's Disease in Hindi

अगर दवाओं के साथ उचित आहार लिया जाए तो रोगी तेजी से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकता है, अब भले ही आप किसी भी रोग से क्यों न जूझ रहे हों। लेकिन कुछ रोग ऐसे होते हैं जो कि उम्र भर साथ रहते हैं उनसे छुटकारा नहीं पाया जा सकता, परन्तु आहार की मदद से उन रोगों में भी आराम मिल सकता है। उदाहरण के लिए मधुमेह और उच्च रक्तचाप, यह दोनों ऐसे रोग है जो एक बार हो जाए तो उम्र भर साथ रहते हैं लेकिन आहार में बदलाव कर इनके लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है। अल्जाइमर रोग (Alzheimer’s Disease)भी इसी श्रेणी में आता है जो उम्र भर साथ रहता है, लेकिन आहार की मदद से लक्षणों को नियंत्रित करने की ओर कदम उठाए जा सकते हैं। इस लेख में अल्जाइमर रोग से जुड़े आहार एक बारे में जानकारी दी गई जिसकी मदद से आपको इस गंभीर दिमागी बीमारी में काफी मदद मिल सकती है। 

आहार में क्या लें अल्जाइमर रोगी? What should Alzheimer's patients take in the diet? 

अल्जाइमर रोग वाले लोगों के लिए कोई विशेष आहार नहीं है और न ही कोई विशेष तरह की पाबंदी है। हाँ, लेकिन अल्जाइमर रोगी अच्छा पोषण प्राप्त कर कुछ लक्षणों को कम कर सकते हैं, जिससे उन्हें अच्छा महसूस करने में मदद मिल सकती हैं। यदि आप किसी अल्जाइमर रोगी की देखभाल कर रहे हैं तो आपको उसके खाने-पीने का विशेष ध्यान रखना चाहिए, ताकि उसे न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो। 

अल्जाइमर रोग होने पर रोगी के मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है, ऐसे में रोगी को विशेष तौर पर निम्न वर्णित चीज़े दी जानी चाहिए :-

विटामिन डी युक्त आहार (Vitamin D rich diet) :- अल्जाइमर रोगी के शरीर में विटामिन डी की कमी देखि जाती है, जिसके कारण मस्तिष्क पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे में रोगी को विटामिन डी युक्त आहार दिया जाना चाहिए ताकि मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को पोषण मिल सके। विटामिन डी के लिए आप अल्जाइमर रोगी को निम्नलिखित चीज़े दे सकते हैं :-

  1. मशरूम

  2. दूध और दूध से बने उत्पाद

  3. अंडे का पीला भाग

  4. फिश आयल

  5. ब्रोकली

  6. बादाम

  7. सनफ्लावर आयल

  8. दालें

  9. ब्राउन राइस

  10. चिकन ब्रेस्ट आदि।  

फैटी फिश का सेवन करें (Eat fatty fish) :- अल्जाइमर रोगी को फैटी फिश का सेवन करना चाहिए, इससे उनकी आंखो की रौशनी तेज होती है साथ ही मस्तिष्क को भी फायदा मिलता है। फैटी फिश में कुछ ऐसे तत्व मौजूद है जो मस्तिष्क से संबंधित समस्या को कम करने में मदद करता है और अल्जाइमर व डिमेंशिया के प्रभाव को कम करता है। आपको मछली कब और कितनी मात्रा में लेनी है इस बारे में आप अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

अखरोट का सेवन करें (Eat walnuts) :- अख़रोट जहाँ अंदरूनी दिमाग जैसा दिखाई देता है, ठीक उसी प्रकार वह दिमाग को तेज करने में भी फायदेमंद होता है। अखरोट में मौजूद पौषक तत्व और विशेष तौर पर तेल मष्तिष्क को पोषित करने में मदद करता है, जिससे यादाश्त बढ़ती है और तंत्रिका तंत्र मजबूत होता है। अल्जाइमर रोगी इसे स्नैक्स के तौर पर अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। 

विटामिन के युक्त आहार लें (Eat a diet rich in vitamin K) :- अल्जाइमर रोग से पीड़ित लोगो के लिए विटामिन K युक्त आहार का सेवन करना फायदेमंद होता है। विटामिन K हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है जिससे कार्य करने की ऊर्जा बनी रहती है। अल्जाइमर रोगी विटामिन K की पूर्ति के लिए निम्नलिखित को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं :-

  1. अनार

  2. अंडा

  3. मिट

  4. पत्तागोभी

  5. ब्रोकली

  6. कीवी

  7. एवोकाडो

  8. आलूबुखारा

  9. ब्लैक बेरी

  10. ब्लू बेरी आदि।

यहाँ हम आपको सलाह देंगे कि आपको हमेशा मौसम के अनुसार ही आहार का चयन करना चाहिए ताकि खाने से जुड़ी समस्याएँ न हो। उदहारण के लिए गाजर का सेवन सर्दियों में और आम का सेवन गर्मियों में, क्योंकि वर्तमान समय में कैमिकल की मदद से खाद्य उत्पादों को लंबे समय तक रखा जा सकता है जो कि खराब भले ही न हो लेकिन स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएँ पैदा कर सकते हैं। 

आहार के साथ इन बातों का विशेष ध्यान रखें अल्जाइमर रोगी Take special care of these things with diet Alzheimer's patient :-

मूल बातें याद रखें

आहर में स्वस्थ और ताजे खाद्य उत्पादों को ही शामिल करना चाहिए, ताकि आपको अल्जाइमर के साथ अन्य कोई समस्या न हो।  यदि आप अपनी आहार योजना बनाने में असमर्थ है तो इसके लिए आप अपने दोस्तों, परिवार, अन्य करीबियों और विशेष तौर पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें। 

अल्जाइमर रोगी को अपने आहार में सभी पौषक तत्वों और विटामिन को शामिल करने की कोशिश करनी चाहिए। इसके लिए अपने आहार में फल, सब्जियां, मांस, साबुत अनाज, प्रोटीन और दुग्ध उत्पाद शामिल करने चाहिए। इसके साथ ही उन्हें घी और तेल भी लेना चाहिए, लेकिन कितनी मात्रा में इस बारे में डॉक्टर से जरूर सलाह लें।  इसके अलावा अल्जाइमर रोगी को अपना रक्तचाप, मधुमेह स्तर और कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित रखना चाहिए। 

दवाओं का ध्यान रखें

अल्जाइमर हो या फिर कोई और अन्य रोग, रोगी को हमेशा अपनी दवाएं निर्धारित मात्रा और समय पर लेनी चाहियें ताकि रोग से जल्द छुटकारा या लक्षणों को काबू किया जा सके। यदि आपको दवाओं से कोई समस्या हो रही है तो इस बारे में आपको डॉक्टर से बात करनी चाहिए। कब्ज, खुजली, ज्यादा प्यास लगना, भूख की कमी दवाओं से जुड़ी आम समस्याएँ हैं।

कब्ज और पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याओं की रोकथाम करें

अल्जाइमर की कुछ दवाएं कब्ज पैदा कर सकती हैं। यह तब भी हो सकता है जब कोई पर्याप्त मात्रा आहार न लिया जाए और सबसे जरूरी पानी की कमी हो। इसलिए अल्जाइमर रोगी को हमेशा अपने आहार का विशेष ध्यान रखना चाहिए ताकि उन्हें कब्ज और अन्य पाचन सबंधित समस्याओं का सामना न करना पड़े। कब्ज की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप अन्य उपायों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे योग और व्यायाम आदि।

पर्याप्त पानी लें 

अल्जाइमर से पीड़ित कोई व्यक्ति पर्याप्त पानी नहीं पी सकता क्योंकि उसके शरीर का प्यास का संकेत उतना मजबूत नहीं होता है जितना कि एक स्वस्थ व्यक्ति में होता है। इसके साथ ही कुछ दवाएं भी शरीर में पानी की कमी का कारण बनती है। ऐसे में रोगी के प्रियजनों को रोगी को समय-समय पर पानी देना चाहिए, ताकि उनके शरीर में पानी की कमी न हो। इसके अलावा अल्जाइमर रोगी के परिजनों को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि उन्हें निम्नलिखित चीज़े कम मात्रा में दें क्योंकि इनकी वजह से मुह सूखने यानि शरीर में पानी की कमी होती है :- 

  1. दूध 

  2. हॉट चॉकलेट

  3. ब्रेड 

  4. कुकीज

  5. कॉफ़ी आदि। 

अल्जाइमर  रोगी को ताज़ा फल और फलों का जूस दिया जा सकता है, ताकि शरीर में तरल उत्पाद की कमी न हो। 

तो यह थी अल्जाइमर रोगी के आहार से जुड़ी कुछ विशेष जानकारी। हम आपको सलाह देंगे कि अल्जाइमर रोगी अपने आहार से जुड़ी जानकारी और निजी डाइट प्लान के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। साथ ही उन्हें अपनी दवाओं का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए, ताकि लक्षणों को नियंत्रित किया जा सके।

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Mr. Ravi Nirwal

Mr. Ravi Nirwal is a Medical Content Writer at IJCP Group with over 6 years of experience. He specializes in creating engaging content for the healthcare industry, with a focus on Ayurveda and clinical studies. Ravi has worked with prestigious organizations such as Karma Ayurveda and the IJCP, where he has honed his skills in translating complex medical concepts into accessible content. His commitment to accuracy and his ability to craft compelling narratives make him a sought-after writer in the field.

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