स्किन बायोप्सी क्या है?| Skin Biopsy in Hindi

मौजूदा लेख में स्किन बायोप्सी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है. लेख में स्किन बायोप्सी क्या है, स्किन बायोप्सी क्यों करवाई जाती है और साथ इसे किया जाता है इस बारे में भी जानकारी दी गई. 

स्किन बायोप्सी क्या है? What is skin biopsy?

स्किन बायोप्सीन एक जांच है, जिसमें त्वचा की स्थिति का निदान करने के लिए त्वचा का नमूना निकाला जाता है. त्वचा के नमूने की माइक्रोस्कोप के अलावा कई तरीकों से विशलेषण किया जा सकता है. 

यह जांच मुख्य रूप से त्वचा संबंधित समस्याओं का निदान करने के लिए की जाती है, जिसमें त्वचा पर दाने, संक्रमण और स्किन कैंसर शामिल है. 

स्किन बायोप्सी के कितने प्रकार हैं? How many types of skin biopsy are there?

स्किन की बायोप्सी तीन प्रकार की होती है। आपके घाव, त्वचा संबंधित समस्या और स्थान एक असामान्य वृद्धि या स्किन का क्षेत्र) के आधार पर डॉक्टर यह निर्धारित करता है कि आपको कौन सी स्किन बायोप्सी करवानी है. 

आपका डॉक्टर आपको निम्नलिखित से कोई एक स्किन बायोप्सी करवाने के लिए कह सकते हैं :- 

  1. पंच बायोप्सी (Punch biopsy) :- पंच बायोप्सी में एक उपकरण की मदद से स्किन का एक छोटा, गोलाकार नमूना निकाला जाता है।

  2. शेव बायोप्सी (Shave biopsy) :- इस बायोप्सी में आपका जांचकर्ता स्किन का नमूना लेने के लिए रेजर ब्लेड का उपयोग करता है. शेव बायोप्सी में एक पतली परत को शेव करके निकाला जाता है. 

  3. एक्सिसनल बायोप्सी (Excisional biopsy) :- 3. एक्सिसनल बायोप्सी में जांचकर्ता स्किन का एक नमूना निकालने के लिए एक स्केलपेल (scalpel) का उपयोग करता है।

स्किन बायोप्सी की आवश्यकता कब होती है? When is a skin biopsy needed?

आपका डॉक्टर स्किन की बायोप्सी की सिफारिश कर सकता है यदि आप एक नया या बदलते तिल, एक दाने, पपड़ीदार या खुरदरी स्किन का क्षेत्र या एक खुले घाव से जूझ रहे हैं जो ठीक नहीं हो रहा है. इसके अलावा कोई त्वचा संक्रमण और कैंसर का निदान करने के लिए भी इस जांच को किया जा सकता है. स्किन बायोप्सी जांच निम्न का निदान करने के लिए काफी प्रयोग की जाती है :-

  1. स्किन में जीवाणु या फंगल संक्रमण(fungal infections)।

  2. स्किन की स्थिति, जैसे एक्जिमा या सोरायसिस।

  3. स्किन कैंसर (बेसल सेल, स्क्वैमस सेल या मेलेनोमा)।

स्किन बायोप्सी से पहले क्या होता है?

एक स्किन बायोप्सी एक त्वरित, कार्यालय में प्रक्रिया है। आपका प्रदाता बायोप्सी किए जा रहे क्षेत्र को साफ करने के लिए अल्कोहल या अन्य कीटाणुनाशक का उपयोग करता है। फिर वे इसे सुन्न करने के लिए एक स्थानीय संवेदनाहारी को क्षेत्र में इंजेक्ट करते हैं, इसलिए आपको प्रक्रिया के दौरान कुछ भी महसूस नहीं होगा।

स्किन बायोप्सी के दौरान क्या होता है? What happens during a skin biopsy? 

सबसे पहले त्वचा को सुन्न किया जाता है ताकि आपको दर्द या कोई अन्य पीड़ा न हो. इसके बाद जब आपकी त्वचा सुन्न हो जाती है तो आपका जांचकर्ता निर्धारित स्किन बायोप्सी के तहत आपकी त्वचा का नमूना लेता है. नमूना किस तरह लिया जायगा यह बायोप्सी पंच, रेजर या स्केलपेल पर निर्भर करता है.

शेव बायोप्सी स्किन की केवल एक सतही परत को हटाती है। आपको कुछ रक्तस्राव हो सकता है, लेकिन टांके लगाने की आवश्यकता नहीं होती है। यदि आपके पास पंच या एक्सिसनल बायोप्सी है, तो आपका डॉक्टर घाव को सील करने के लिए कुछ टांके लगा सकता है। ज्यादातर मामलों में, पूरी प्रक्रिया में केवल 15 मिनट लगते हैं।

स्किन बायोप्सी के बाद क्या होता है? What happens after a skin biopsy?

जाँच के लिए नमूना लेने के बाद डॉक्टर या जांचकर्ता नमूना लिए गये जगह पर पर पट्टी बांधता है और आपको घाव की देखभाल करने के निर्देश देता है। बायोप्सी ठीक होने तक आपको क्षेत्र को साफ और ढक कर रखना होगा। यदि आपको टांके लगे हैं, तो वे घुल सकते हैं, या आपका डॉक्टर कुछ दिनों के बाद उन्हें हटा सकता है। आपका जांचकर्ता या डॉक्टर आपको बताएगा कि आपको परीक्षा परिणाम कब तक मिलेगा. 

स्किन बायोप्सी के जोखिम क्या हैं? What are the risks of a skin biopsy? 

स्किन की बायोप्सी एक बहुत ही सुरक्षित प्रक्रिया है, लेकिन इसका थोड़ा जोखिम है जो कि निम्नलिखित है :- 

  1. खून बहना.

  2. संक्रमण(infections)।

  3. घाव।

  4. नमूने वाली जगह दर्द होना. 

स्किन बायोप्सी के परिणाम कब तक आते हैं? When do skin biopsy results come in?

आप इस बारे में अपने जांचकर्ता से पूछें कि आपको बायोप्सी के परिणाम कब तक प्राप्त हो सकते हैं. यदि आपकी जाँच किसी संक्रमण या सामान्य त्वचा संबंधित है तो इसमें एक से दो दिन तक का ही वक्त लग सकता है. लेकिन अगर आपकी बायोप्सी बेसल या स्क्वैमस सेल स्किन कैंसर के लिए की गई तो इसमें थोड़ा ज्यादा समय लग सकता है. 

यदि कैंसर का निदान किया जाता है तो हो सकता है कि आपको फिर से बायोप्सी करवाने के लिए कहा जाए, ताकि कैंसर के चरण की जानकारी मिल सके. इसी के साथ और भी अन्य जांच करवाई जा सकती है, जिससे कैंसर के उपचार के बारे में जानकरी मिले. 

बायोप्सी के बाद कौन-सी स्थितियों में डॉक्टर से जल्द से जल्द मिलना चाहिए? Under what conditions a doctor should be seen as soon as possible after a biopsy?

यदि आपको निम्न में से कोई भी लक्षण हो तो आप जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलें :-

  1. रक्तस्राव जो बायोप्सी के कुछ घंटों के भीतर या साइट पर सीधे दबाव के साथ बंद नहीं होता है।

  2. बायोप्सी साइट पर संक्रमण के लक्षण।

  3. बायोप्सी साइट पर सूजन।

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