गोनोरिया एक गंभीर संक्रमण – लक्षण, कारण और बचाव | Medtalks

यौन संबंधित बहुत से रोग, समस्याएँ और संक्रमण है जो कि गंभीर और सामान्य दोनों ही हो सकते हैं। काफी यौन रोग ऐसे भी है जो कि जन्म से ही स्त्री या पुरुष को जाते हैं वहीं कुछ ऐसे यौन रोग ऐसे भी है जो कि बढ़ती उम्र के किसी भी दौर में हो सकते हैं, वहीं कुछ ऐसे हैं जो कि यौन क्रिया यानि सेक्स करने के दौरान हो सकते हैं। एक ऐसा ही यौन संक्रमण है जिसे सूजाक या गोनोरिया के नाम से जाना है। गोनोरिया एक ऐसा यौन संक्रमण है जिसके बारे में लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं है, चलिए इस लेख के माध्यम से इस गंभीर यौन संक्रमण के बारे में जानते हैं। 

गोनोरिया क्या है? What is gonorrhea?

गोनोरिया सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन (sexually transmitted infection) है जो कि नीसेरिया या गोनोकोकस नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। जब यौन संबंध स्थापित करने के दौरान योनि, गुदा सेक्स या ओरल सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल नहीं किया जाता और असुरक्षित ढंग से सेक्स किया जाए तो उसकी वजह से सूजाक संक्रमण हो सकता है। अगर सेक्स करने से पहले किसी भी एक साथ को योनि, लिंग, गुदा या मुह में गोनोरिया संक्रमण है तो दुसरे साथी को भी यह संक्रमण हो सकता है, इसलिए सेक्स करने के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करना जरूरी है। पब्लिक टॉयलेट, पब्लिक पूल या असुरक्षित स्थानों में शौच या स्नान करना। गंदे सेक्स टॉय का इस्तेमाल करना या सेक्स टॉय अन्य लोगों के साथ साझा करने से भी गोनोरिया संक्रमण हो सकता है। यह शरीर के गर्म, नम क्षेत्रों को लक्षित करता है, जिनमें निम्न शामिल हैं:

  1. आंखें

  2. गला

  3. योनि

  4. गुदा

  5. मूत्रमार्ग (मूत्राशय से मूत्र निकालने वाली नली)

  6. महिला प्रजनन पथ (फैलोपियन ट्यूब, गर्भाशय ग्रीवा और गर्भाशय)

सूजाक संक्रमण होने के लक्षण क्या है? What are the symptoms of gonorrhea infection?

जब किसी भी पुरुष या महिला को सूजाक संक्रमण होता है तो उसके लक्षण 2 से 14 दिनों के भीतर नज़र आ सकते हैं। हालाँकि, काफी बार इसके लक्षण दिखाई ही नहीं देते और अगर दिखाई भी दे तो वह इतने मामूली होते हैं जिससे इस गंभीर संक्रमण की पहचान कर पाना काफी मुश्किल होता है।  सबसे गंभीर बात है जिन लोगों में गोनोरिया के लक्षण दिखाई नहीं देते वह स्पर्शोन्मुख वाहक (asymptomatic carriers) होते हैं जिसकी वजह से वह अपना संक्रमण दुसरे साथी को बड़ी आसानी से फैला सकते हैं। लक्षणों के बारे में बात करें तो इसके लक्षण महिला और पुरुष दोनों में भिन्न होते हैं। 

पुरुषों में गोनोरिया के लक्षण :- 

  1. बार-बार पेशाब आना।

  2. पेशाब करते समय चुभने जैसा या जलन का अनुभव होना।

  3. अंडकोषों में सूजन या दर्द होना या दोनों समस्याएँ होना।

  4. लिंग की नली खुलने की जगह पर लाली या दर्द होना।

  5. गुदा से पानी निकलना या दर्द होना।

  6. आंखों में संक्रमण होना।

  7. लगातार गले में खराश होना।

  8. लिंग से पानी निकलना। इस पानी का रंग अक्सर सफेद या पीला हो सकता है। कुछ स्थितियों में इससे बदबू भी आ सकती है।

महिलाओं में गोनोरिया के लक्षण :- 

  1. योनि से पानी निकलना, जो आमतौर परसामान्य न लग रहा हो।

  2. योनि से लगातार खून निकलना।

  3. पेशाब करते समय दर्द होना या जलन होना।

  4. पेल्विस में दर्द होना, खासकर सेक्स करते समय।

  5. गुदा से पानी निकलना या दर्द होना।

  6. आंखों में संक्रमण होना। 

  7. बार-बार पेशाब करने की इच्छा होना।

  8. लंबे समय तक मासिक घर्म होना।

  9. लगातार गले में खराश होना।

  10. पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द।

  11. बुखार का आना-जाना लगे रहना। 

पुरुषों और महिलाओं दोनों में दिखाई देने वाले यह सभी लक्षण कुछ समयावधि या लंबे समय तक रह सकते हैं। उपरोक्त लक्षण गंभीर या सामान्य दोनों ही हो सकते हैं। 

गोनोरिया होने के क्या कारण है? What causes gonorrhea?

गोनोरिया संक्रमण होने का कारण है असुरक्षित सेक्स। अगर कोई भी पुरुष या महिला गंदे सेक्स टॉय का इस्तेमाल करते हैं या सेक्स टॉय को साझा करते हैं तो उसकी वजह से यह गंभीर संक्रमण होता है। इसके अलावा जब यौन संबंध स्थापित करने के दौरान योनि, गुदा सेक्स या ओरल सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल नहीं किया जाता और असुरक्षित ढंग से सेक्स किया जाए तो उसकी वजह से भी गोनोरिया संक्रमण हो सकता है। अगर सेक्स करने से पहले किसी भी एक साथ को योनि, लिंग, गुदा या मुह में गोनोरिया संक्रमण है तो दुसरे साथी को भी यह संक्रमण हो सकता है, इसलिए सेक्स करने के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करना जरूरी है। पब्लिक टॉयलेट, पब्लिक पूल या असुरक्षित स्थानों में शौच या स्नान करना।

गोनोरिया संक्रमण होने के जोखिम कारक क्या है? What are the risk factors for getting gonorrhea infection?

25 वर्ष से कम उम्र की यौन सक्रिय महिलाओं और पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में गोनोरिया होने का खतरा बढ़ जाता है। अन्य कारक जो जोखिम को बढ़ा सकते हैं उनमें निम्नलिखित शामिल हैं:

  1. हर बार नया यौन साथी होना

  2. एक ऐसा यौन साथी होना जिसके अन्य साथी रहे हों या वर्तमान में हो

  3. एक से अधिक सेक्स पार्टनर होना या एक साथ कई सेक्स पार्टनर होना

  4. गोनोरिया या अन्य यौन संचारित संक्रमण होने के कारण

सूजाक संक्रमण होने पर क्या जटिलताएँ हो सकती है? What are the complications of gonorrhea infection?

अगर सूजाक संक्रमण का ठीक से उपचार न किया जाए तो उसकी वजह से महिला और पुरुष को निम्नलिखित जटिलताएँ हो सकती है :- 

महिलाओं में बांझपन – गोनोरिया गर्भाशय और फैलोपियन ट्यूब में फैल सकता है, जिससे श्रोणि सूजन की बीमारी (Pelvic inflammatory disease) हो सकती है। श्रोणि सूजन की बीमारी ​​​​के परिणामस्वरूप ट्यूबों पर निशान पड़ सकते हैं, जिसकी वजह से गर्भावस्था की जटिलताओं और बांझपन का अधिक खतरा हो सकता है। श्रोणि सूजन की बीमारी ​​होने पर जल्द से जल्द उपचार करवाना चाहिए। 

पुरुषों में बांझपन – सूजाक संक्रमण अंडकोष के पीछे के हिस्से में एक छोटी, कुंडलित ट्यूब का कारण बन सकता है जहां शुक्राणु नलिकाएं (sperm ducts) स्थित होती हैं, जिससे सूजन (epididymitis) हो जाती है। अनुपचारित एपिडीडिमाइटिस बांझपन का कारण बन सकता है। 

संक्रमण जो जोड़ों और आपके शरीर के अन्य क्षेत्रों में फैलता है – सूजाक का कारण बनने वाला जीवाणु रक्तप्रवाह से फैल सकता है और आपके जोड़ों सहित आपके शरीर के अन्य भागों को संक्रमित कर सकता है। बुखार, दाने, त्वचा के घाव, जोड़ों का दर्द, सूजन और जकड़न जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।

एचआईवी/एड्स का खतरा – सूजाक होने से मानव इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (human immunodeficiency virus - HIV) से संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाते हैं, जो वायरस एड्स की ओर ले जाता है। जिन लोगों को सूजाक और एचआईवी दोनों हैं, वह इन दोनों बीमारियों को अपने साथी को बड़ी आसानी से दे सकते हैं।

शिशुओं में जटिलताएं – जिन शिशुओं को जन्म के दौरान अपनी मां से सूजाक होता है, उनमें अंधापन, सर पर घाव और सूजाक के साथ-साथ कई अन्य संक्रमण भी हो सकते हैं। 

सूजाक संक्रमण से कैसे बचाव किया जा सकता है? How can gonorrhea infection be prevented?

अगर आप गोनोरिया से अपना बचाव करना चाहते हैं तो आप निम्नलिखित उपायों का इस्तेमाल कर सकते हैं :- 

कंडोम का इस्तेमाल करें – अगर आप सेक्स करते हैं तो कंडोम का इस्तेमाल करें। गोनोरिया से बचाव का सबसे सुरक्षित तरीका है सेक्स से दूर रहना। लेकिन अगर आप यौन संबंध बनाना चाहते हैं, तो किसी भी प्रकार के यौन संपर्क के दौरान कंडोम का उपयोग करें, जिसमें गुदा सेक्स, ओरल सेक्स या योनि सेक्स शामिल है।

सेक्स पार्टनर सिमित रखें – अगर आप सूजाक से बचाव करना चाहते हैं तो आप ज्यादा सेक्स पार्टनर न रखें और समूह में सेक्स करने से बचें। बेहतर होगा कि आप अपने प्रेमी या पति-पत्नी के साथ ही सेक्स करें। 

सेक्स करने से जांच करवाएं – एक सुरक्षित सेक्स करने से पहले बेहतर होगा कि आप अपने लिंग और योनी की जांच करवाएं। सुनिश्चित करें कि आप और आपके साथी को सूजाक संक्रमण न हो। 

गोनोरिया संक्रमित के साथ संबंध स्थापित न करें – अगर आपके साथी में गोनोरिया के लक्षण के दिखाई देते हैं तो उनके साथ सेक्स न करें। अगर फिर भी संबंध स्थापित करना चाहते हैं तो कंडोम का इस्तेमाल जरूर करें और सेक्स के बाद अपने अंदर लक्षणों की पहचान भी करें और डॉक्टर से इस बारे में बात करें। 

दर्द होने पर सेक्स न करें – अगर आपको या आपके साथी को सेक्स के दौरान सामान्य से ज्यादा दर्द होता है तो उनके साथ सेक्स न करें और उनकी जांच करवाएं। 

नियमित सूजाक जांच पर विचार करें –  25 वर्ष से कम उम्र की यौन सक्रिय महिलाओं और संक्रमण के बढ़ते जोखिम वाली वृद्ध महिलाओं के लिए वार्षिक जांच की सिफारिश की जाती है। इसमें वे महिलाएं शामिल हैं जिनका एक नया यौन साथी है, एक से अधिक यौन साथी हैं, अन्य भागीदारों के साथ एक यौन साथी है, या एक यौन साथी है जिसे यौन संचारित संक्रमण है।

नियमित जांच करवाए – अक्सर पुरुष के एक से ज्यादा सेक्स साथी होते हैं इसलिए पुरुषों को समय-समय पर अपनी जांच करवानी चाहिए। 

वीर्य पीने से बचें – चरमसुख प्राप्त करने के लिए अक्सर वीर्य पिने की क्रिया की जाती है, इससे भी सूजाक संक्रमण हो सकता है। अगर आप एक से ज्यादा साथी के साथ सेक्स करते हैं तो इस क्रिया से बचना चाहिए। 

सेक्स टॉय का सुरक्षित उपयोग – अगर आप सेक्स करने के दौरान सेक्स टॉय का इस्तेमाल करते हैं तो ध्यान रहें कि सेक्स टॉय साफ़ हो और एक से ज्यादा लोगों के साथ साझा न किया गया हो। 

उचित उपचार लें – अगर आप या आपका साथी गोनोरिया से संक्रमित है तो उनका उपचार करवाएं और उसके बाद ही संबंध स्थापित करें। हमेशा एक अनुभवी और पंजीकृत चिकित्सक से भी उपचार लें।

दवाएं लें – चिकित्सक द्वारा दी गई दवाओं का समय से और ठीक मात्रा में सेवन करें, ताकि आप जल्द से जल्द स्वस्थ हो सके।

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