सबसे पहले हमें यह जानना होगा कि हम मरीज के संपर्क में कितने समय के लिए आएं हैं। चाहे कोरोना संदिग्ध हो या कोरोना संक्रमित मरीज, यदि हम मरीज के संपर्क में 15 मिनट से अधिक समय के लिए आएं हैं और हम उसके बहुत करीब रहे हैं, उस दौरान हमने मास्क नहीं पहन रखा था, आस-पास भीड़ थी तो यह कन्फर्म है कि आप भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं।
जैसे ही आपको ये एहसास होता है तो सबसे पहले अपने आपको आइसोलेट कर लीजिए। इसके बाद आपको सीआरपी टेस्ट करवाने की आवश्यकता है जिससे पता चल पाएगा कि आपका बेसलाइन इनफ्लमेशन कितना है।
यदि आप संक्रमित व्यक्ति के बहुत नजदीक रहे हैं तो आपको तुरंत आइवरमेक्टिन 12 एमजी वन स्टैट की एक गोली और डॉक्सीसाइक्लिन 100 एमजी की एक गोली तीन दिनों तक लगातार लेना शुरू कर देना चाहिए। यदि किसी भी कारण से आपका सीआरपी 1 से ज्यादा है तो कई जगहों पर ये आपकी सहायता करेगी। इसके साथ ही दिन में दो या तीन बार बेटाडीन का कुल्ला करना चाहिए।
यदि आपको ज्यादा जोखिम है यानि आपको पहले से ही मोटापे की समस्या है, डायबिटीज है, ब्लड प्रेशर अनियंत्रित है, एंजाइना की समस्या है, फैटी लीवर है या अन्य कोई गंभीर समस्या है तो इन दवाओं के साथ आप कोल्चीसिन 0.5 एमजी को भी जोड़ लें। इसके साथ ही आप विटामिन लेना भी शुरू कर सकते हैं। इसमें आप जिंक, विटामिन ए, सी और डी ले सकते हैं।
अब आपको लक्षणों का इंतजार करना है यानि अगर आपको कुछ लक्षण नजर आते हैं तो पांचवे दिन RTPCR या रैपिड एंटीजन टेस्ट करवाएं। अगर पांचवें दिन भी जांच निगेटिव आए तो समझ जाएं कि आप संक्रमित नहीं है और अगर संक्रमण हुआ भी है तो बहुत कम हुआ होगा और अब खत्म हो गया होगा। ये
स्ट्रांग कॉन्ट्रैक्ट यानि एक ही परिवार के 5 लोगों में 2 के कोरोना संक्रमित निकलने पर या पति- पत्नी में किसी एक के संक्रमित होने पर या अन्य किसी के साथ रहने वाली स्थितियों पर ही लागू होता है।
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